उर्वरक कंपनियों वैट में राहत के आसार, कैबिनेट बैठक में इन प्रस्तावों को मिल सकती हैं मंजूरी
प्रस्ताव में सभी मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों द्वारा प्राकृतिक गैस खरीदने पर लगने वाले वैट दर में 6 प्रतिशत तक की कटौती की जा सकती है। इससे पॉटरी उत्पादों के अलावा प्रदेश में उत्पादित उर्वरकों की कीमत में भी कमी आ सकती है।
खुर्जा में बड़े पैमाने पर पॉटरी बनाने की इकाइयां हैं, जो भारी मात्रा में प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल करती हैं। इसी तरह उर्वरक कंपनियां भी प्राकृतिक गैस खरीदती हैं। इन्हें प्राकृतिक गैस खरीदने पर कुल 26 प्रतिशत वैट देना पड़ता है, जबकि अन्य इकाइयों को महज 10 प्रतिशत वैट देना पड़ता है। पिछले दिनों पॉटरी निर्माताओं ने वैट में राहत देने की मांग की थी।
परिवहन निगम की बसों का बदलेगा रंग
परिवहन विभाग भी कैबिनेट में दो प्रस्ताव रखने की तैयारी में है। परिवहन निगम की बसों का रंग बदलने के लिए मोटरयान नियमावली-1998 के नियम 162 में संशोधन का प्रस्ताव किया गया है। वहीं, यूपी व मध्य प्रदेश के बीच परिवहन निगम की बसों के संचालन को लेकर हुए करार के तहत चित्रकूट जिले में यूपी व मध्य प्रदेश की सीमा पर कुछ क्षेत्र को ‘फ्री जोन’ घोषित कर वाहनों को टैक्स से छूट देने का प्रस्ताव है।