आज ऑटो, टैक्सी यूनियनों और पेट्रोल पंप की हड़ताल, बढ़ेंगी आम लोगों की मुश्किलें
दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर वैट नहीं हटने के विरोध में आज दिल्ली के 400 से ज्यादा पेट्रोल पंप बंद रहेंगे. दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (डीपीडीए) की ओर से आधिकारिक तौर पर स्पष्ट किया गया है कि पेट्रोल पंप सोमवार सुबह 6 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक बंद रहेंगे. हालांकि इन पेट्रोल पंप से जुड़े सीएनजी पंप खुले रहेंगे.
ऑटो चालक भी हड़ताल पर…
वहीं, सीएनजी की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर दिल्ली के ऑटो चालक भी हड़ताल करने वाले हैं. वहीं, टैक्सी वालों ने निजी कैब को लेकर बनाई गई नीति के खिलाफ बंद बुलाया है. ऑल इंडिया टूर ऐंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के चेयरमैन और संयुक्त संघर्ष समिति के इंद्रजीत सिंह ने कहा, ‘संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा एक दिन के लिए चक्का जाम किया जाएगा.
डीपीडीए ने बताया कि दिल्ली सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दामों पर वैट कम नहीं किया है. इसकी वजह से हमें लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है. हम दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के विरोध में 22 अक्टूबर को 24 घंटे के लिए सभी पेट्रोल पंप बंद रखेंगे.
केंद्र ने किया था तेल पर लगे टैक्स को घटाने का ऐलान
उल्लेखनीय है कि 4 अक्टूबर को केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल के दामों पर टैक्स कम किया गया था. केंद्र द्वारा टैक्स कम किए जाने के ऐलान के बाद कई राज्यों की सत्तासीन सरकार ने वैट की दरों को घटाया था, लेकिन दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से किसी भी तरह का वैट नहीं घटाया गया था.
एनसीआर में पंप पर लगी लाइनें
दिल्ली के सीमाई इलाकों में रहने वाले लोग एनसीआर स्थित यूपी के नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम आदि शहरों के पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने के लिए जा रहे हैं. बता दें कि यूपी और हरियाणा सरकार ने पेट्रोल कीमतों पर केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए वैट में कमी की थी.
दिल्ली सरकार ने नहीं घटाया है पेट्रोल-डीजल पर वैट
पेट्रोल पंप यूनियन ने हाल ही में दिल्ली सरकार से डीजल और पेट्रोल पर वैट में कटौती की मांग की थी. उन्होंने पहले ही घोषणा की थी कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो, 22 अक्टूबर को पेट्रोल पंपों की हड़ताल की जाएगी. पेट्रोल पंप यूनियन के साथ ही ऑटो-टैक्सी यूनियन भी इस दिन हड़ताल करेगी. बता दें कि यूनियन की इस घोषणा के बाद भी केजरीवाल सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट हटाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है.