इस एक्सप्रेस-वे पर रफ्तार काबू में रखेगी एटीएमएस डिवाइस, जानें कैसे करेगी काम
एक्सप्रेस-वे पर आये दिन होने वाले ज्यादातर हादसों का कारण रफ्तार बन रहा है। हाई स्पीड होने से चालक वाहन से नियंत्रण खो बैठते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। इन दुर्घटनाओं में अबतक न जानें कितने लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और परिवार बेसहारा हो गए हैं। अब जल्द ही एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरने वाले वाहनों की रफ्तार पर काबू रखा जा सकेगा। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर लगाई जा रही डिवाइस अब वाहनों की गति को कंट्रोल में रखेगी।
एक्सप्रेस-वे पर लगाई जा रही डिवाइस
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हादसे दर हादसे हो रहे और यात्रियों की मौतें हो रही। तेज रफ्तार अनियंत्रित वाहन डिवाइडर से टकराते तो कभी टायर फटने से पलट जाते हैं। अब इस रफ्तार को काबू में रखने के लिए एटीएमएस डिवाइस (एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) तैयार की गई है। एक्सप्रेस-वे पर इसे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है और अंडरग्राउंड लाइन बिछाई जाने लगी है।
आगरा, लखनऊ और कन्नौज में कंट्रोल रूम
एक्सप्रेस-वे पर यह डिवाइस को टोल प्लाजा के आसपास व चुनिंदा स्थानों पर लगाई जा रही है। इसका कंट्रोल रूम आगरा, लखनऊ व कन्नौज के सौरिख में बनाए जाएंगे। जल्द ही काम पूरा होते ही डिवाइस काम करना शुरू कर देगी।
स्मार्ट फोन पर एप होगा इंस्टाल
टोल प्लाजा पर टैक्स जमा करने के साथ ही चालक के मोबाइल पर एक्सप्रेस-वे का एप स्मार्ट फोन पर प्ले स्टोर से इंस्टॉल कर दिया जाएगा। सभी टोल प्लाजा पर चालकों को एप से जोडऩे के बाद चलने दिया जाएगा।साधारण मोबाइल होने पर चालकों का मोबाइल नंबर दर्ज कर एप में डालकर जोड़ दिया जाएगा।
मोबाइल पर आएगा हाई स्पीड का संदेश
एक्सप्रेस-वे पर 100 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक रफ्तार होने पर चालक के मोबाइल पर संदेश मिलेगा और उसमें स्पीड को कंट्रोल करने की चेतावनी होगी। इसके बाद भी रफ्तार कम न करने पर वाहन का ई-चालान कर दिया जाएगा। चालान रसीद वाहन स्वामी के घर पर भेजी जाएगी।
स्मार्ट फोन न होने मिलेगा टेक्सट मैसेज व कॉल
जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन नहीं होंगे, उनके मोबाइल नंबर लिए जाएंगे। स्पीड बढ़ाते ही मोबाइल पर टेक्स्ट मैसेज भेजा जाएगा। इसके साथ ही कॉल करके भी चेताया जाएगा। इसके बाद भी चालक वाहन धीमा न करने पर हाईवे के सुरक्षा कर्मी पीछा कर वाहन को रोकेंगे ताकि कोई हादसा न हो।
अनदेखी पर घर पहुंचेगा चालान
मुख्य सुरक्षा अधिकारी यूपीडा जय कुमार ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर हादसों पर नियंत्रण के लिए डिवाइस लगाने का काम चल रहा है, जल्द ही डिवाइस शुरू हो जाएगा। वाहन चालक के मोबाइल पर एक संदेश के बाद भी रफ्तार नियंत्रित न होने पर दूसरी डिवाइस को क्रास करते ही चालान हो जाएगा। सेंसर गाड़ी का नंबर ट्रेस करेंगे और ई-चालान रसीद को गाड़ी मालिक के घर भेजी जाएगी। इसका सरकारी भुगतान भी गाड़ी मालिक को जमा करना होगा।
यह होंगे फायदे
मोबाइल पर एप से यातायात नियमों की जानकारी।
एक्सप्रेस-वे पर दिक्कतों की शिकायत भी होगी दर्ज।
डीजल व पेट्रोल खत्म होने पर तुरंत होगा उपलब्ध।
तेज रफ्तार होने पर चालकों को मिलेगी चेतावनी।
पेट्रोङ्क्षलग गाडिय़ां भी रहेंगी अलर्ट, करेंगी पीछा।