पीजीआई में भर्ती महंत परमहंस दास की हालत गंभीर, राममंदिर को लेकर कर रहे है अनशन…
राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे महंत परमहंस दास की तबियत बिगड़ने पर रविवार देर रात पीजीआई में भर्ती कराया गया। महंत की तबियत ज्यादा खराब होने की वजह से उन्हें पोस्ट ऑफ आईसीयू में रखा गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ उन्हें देखने के लिए आ सकते हैं। पीजीआई परिसर में भारी संख्या में प्रशासन और पुलिस के अफसर मौजूद। अनशन पर बैठे परमहंस की तबियत बिगड़ने पर रविवार को पुलिस ने उन्हें उठा ले गई थी। पहले फैज़ाबाद में उन्हें भर्ती कराया गया। रात में हालात बिगड़ने पर प्रशासन ने उन्हें आनन फानन पीजीआई लाकर भर्ती कराया।
पीजीआई निदेशक प्रो राकेश कपूर की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। निदेशक प्रोफेसर राकेश कपूर ने बताया कि परमहंस जी कई दिन से उपवास पर रहे जिसके कारण कीटोन बढ़ गया है शरीर में पानी की कमी हो गई है शरीर का भार कम हो गया है ग्लूकोज का स्तर कम हो गया है जिसके कारण रात में 2:00 बजे भर्ती किया गया बाकी जांच कराई जा रही हैं अभी स्थिति उनकी गंभीर है शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए ड्रिप सहित कई उपाय किए जा रहे हैं महंत जी को क्रिटिकल केयर आईसीयू में रखा गया है संक्रमण की आशंका को देखते हुए मिलने पर रोक लगाया गया है
परमहंसदास सात दिन से अनशन कर रहे हैं और इस जिद पर अड़े हैं कि जब तक पीएम अयोध्या आकर इसकी घोषणा नहीं करते वह अनशन जारी रखेंगे। सोमवार उनके अनशन का आठवां दिन है।
प्रवीण भाई तोगड़िया रात ढाई बजे पहुचे अयोध्याः
महंत परमहंस पर पुलिसिया कार्यवाही से नाराजगी दिखाते हुये अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष है प्रवीण भाई तोगडिया ने कहा कि अब ये आंदोलन होगा देश व्यापी। संत परमहंस को खींचकर बलपूर्वक ले जाकर पुलिस ने उनका अपमान किया है। संत का ये अपमान भगवान राम का है अपमान।सत्ता में बैठे लोग राम मंदिर बनाना नही चाहते। राम मंदिर की बात करने वालो का दमन किया जा रहा है लेकिन सौ करोड़ हिंदुओं की आवाज़ कोई नही दबा सकता। पूरे देश से 21 अक्टूबर को अयोध्या कूच की तैयारी है।मंदिर निर्माण के लिए लाखों गांव मे हिंदुओं को जगाने का तैयारी चल रही है। अगर मंदिर न बना तो लोग लोकतांत्रिक वोटो से उत्तर देंगे।
रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष दूत बनकर अयोध्या पहुंचे जिले के प्रभारी मंत्री सतीश महाना से वार्ता के बाद परमहंसदास का रुख कुछ नरम पड़ा। अब अनशनरत संत सोमवार को महाना के साथ लखनऊ आएंगे जहां मुख्यमंत्री वीडियो कालिंग के जरिये उनकी प्रधानमंत्री से बात कराएंगे। संभावना जताई गई है कि इसके बाद वह अपना अनशन तोड़ देंगे।
महाना रविवार को जिले में ही रात्रि विश्राम करेंगे ताकि सोमवार को वे समय पर परमहंसदास को लेकर लखनऊ आ सकें। परमहंसदास का अनशन अभी समाप्त नहीं हुआ है लेकिन, वार्ता के बाद आंदोलन के समाप्त होने की पृष्ठभूमि तैयार हो चुकी है। अनशनरत महंत से भेंट करने सांसद लल्लू सिंह समेत अनेक लोग पहुंचे।