गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कन्यामहाविद्यालय का किया था शिलान्यास, बीजेपी विधायक करा रहा है कब्जा, प्रशासन भी है शामिल।

HT- अलीगढ़ में योगी जी का विधायक अनिल पाराशर अपने संरक्षण में विद्यालय की जमीन पर करा रहा है कब्जा, अलीगढ़ की कोल विधानसभा से है बीजेपी का विधायक अनिल पारासर, भामाशाह कन्या महाविद्यालय की लगभग 5 बीघा जमीन पर किया जा रहा है कब्जा, सन 2011 में मौजूदा गृहमंत्री ने राजनाथ सिंह ने किया था महाविद्यालय का शिलान्यास, पूर्व प्राथमिक विद्यालय की करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जे का है मामला, आयेदिन श्री महाऊरु विद्यालय पहुंच कर विधायक के गुर्गे करते है हंगामा, विधायक नगर निगम के अधिकारियों के साथ मिलकर करा रहा है कब्जा।

उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सरकार में आते ही प्रदेश में लगातार मिल रही जमीन कब्जाने की जानकारी को लेकर सख्त कदम उठाते हुए एंटी भू माफिया टास्क टीम का गठन किया था और प्रदेश के हर जिले में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए, जिसके तहत जिला प्रशासन लगातार भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा रहा है.

लेकिन अलीगढ़ में एंटी भू माफिया टास्क को अपना हथियार बनाते हुए बीजेपी विधायक ने एक कन्या महाविद्यालय की करोड़ों की जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया है, वह भी ऐसी जमीन जिसके ऊपर बनने वाले कन्या महाविद्यालय का शिलान्यास मौजूदा गृहमत्री राजनाथ सिंह द्वारा बीते वर्ष सन 2011 में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से किया था,,,,, दरअसल आपको बता दें अलीगढ़ के थाना क्वार्सी इलाका स्थित ज्वालापुरी सुरेंद्र नगर में श्रीमहाउरु पूर्व माध्यमिक विद्यालय है, जिसको माहौर वैश्य विद्या प्रचार ट्रस्ट चलाता है,

ट्रस्ट और विद्यालय प्रबंधन ने हे प्रेस वार्ता बुलाकर बताया कि विद्यालय के सामने पड़ी खाली जमीन को छंगामल, नैनसुख व रंजीत तीनों पुत्र रोशनलाल जिन्होंने अपनी भावनाओं के तहत उक्त संपत्ति 31-01-1966 को जलसएआम में इस जमीन को माहौर वैश्य ट्रस्ट प्रचार निवर्तमान मंत्री लक्ष्मीनारायण गुप्ता को कब्जा व दखल प्रदान करते हुए 5236 वर्गगज जमीन दान में दी गई थी जहां पर एक कन्या महाविद्यालय का शिलान्यास मौजूदा गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा बीते वर्ष 2011 में किया गया था लेकिन इस भूमि पर मौजूदा बीजेपी विधायक अनिल पाराशर की नजर गड़ गई और उसने नगर निगम से सांठगांठ कर कब्जा कर आना शुरू कर दिया है इस कब्जे का कारण यह है कि विद्यालय की दूसरी साइट बीजेपी विधायक अनिल पाराशर का गेस्ट हाउस है जिस में शादी समारोह में अन्य कार्यक्रम होते हैं लेकिन इस गेस्ट हाउस के लिए पार्किंग की जमीन उसके पास नहीं है.

कई बार विधायक द्वारा स्कूल में पार्किंग की व्यवस्था करने को कहा गया लेकिन कमेटी द्वारा उनके इस प्रस्ताव को नहीं माना गया तो वहीं 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान स्कूल के अंदर अनिल पाराशर द्वारा कार्यालय बनाने हेतु एक कमरा मांगा गया जिसके लिए उसको प्रबंधक द्वारा कमरा देने से इंकार कर दिया इधर चुनाव के परिणाम के बाद अनिल पाराशर बीजेपी से विधायक बन गए तो साल भर के भीतर ही उन्होंने अपनी दबंगई दिखाते हुए विद्यालय प्रबंधक को धमकाना शुरू कर दिया और विद्यालय के सामने पड़ी खाली जमीन जिस पर भामाशाह कन्या महाविद्यालय बनाया जाना है, इससे पहले यह पूरा मामला कोर्ट में चल रहा है.

जहां से कोर्ट द्वारा विद्यालय के समर्थन में आते हुए स्टे ऑर्डर पास कर दिया था, इतना ही नहीं पहले कई अधिकारी इस जमीन पर विद्यालय का कब्जा अपनी रिपोर्ट में बता चुके हैं, जिस पर बीजेपी विधायक अनिल पाराशर के संरक्षण में नगर निगम के साथ मिलकर नींव खुदाई शुरू कर दी है और बाउंड्री वॉल किया जा रहा है जिसका ट्रस्ट के लोगों ने नारेबाजी कर विरोध भी किया, मौके पर नगर निगम के कर्मचारी व विधायक के गुर्गे खड़े होकर काम करा रहे हैं जिसका विरोध किया जाता है तो मारपीट पर उतर आते हैं। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक लिखित में भेज दी गई हैैै, जरूरत पड़ने पर प्रधानमंत्री कार्यालय जाकर भी हम लोग मिलेंगे और अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे।

दिनेश गुप्ता (विद्यालय कमेटी सदस्य)

वहीं बीजेपी विधायक अनिल पाराशर ने विद्यालय कमेटी को भू माफिया कहते हुए कार्यवाही को सही ठहराया और राजनाथ सिंह द्वारा किए गए शिलान्यास से अनभिज्ञता जताई।

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