पंजाब सरकार पर दबाव बढा, 1.50 रुपये और कम हुई चंडीगढ़ में पेट्रोल की कीमत…
सिटी ब्यूटीफुल के लाेगों के लिए खुशखबरी है। यूटी के लोगों को पेट्रोल और डीजल के अासमान छूती कीमतों से एक बार फिर राहत मिली है। यूटी प्रशासन ने पेट्रोल व डीजल की कीमतों में डेढ़ रुपये प्रति लीटर की और कमी कर दी है। केंद्र सरकार ने दो दिन पहले पेट्रोल और डीजल कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कमी कर दी थी। इससे पंजाब सरकार पर भी इन दरों में कटौती का दबाव बढ़ गया है। पंजाब सरकार इसको लेकर ऊहापोह में है।
इस तरह शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमत में पिछले तीन दिनों में चार रुपये कम हो गई है। इससे शहर के लोगों को बड़ी राहत मिली है। वीरवार को केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल की कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कमी की थी। इसके बाद हरियाणा सहित कई राज्यों ने इन दरों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की और कमी कर दी थी। इसके बाद अब यूटी प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने भी बैठक कर पेट्रोल व डीजल के दाम 1.50 रुपये प्रति लीटर और कम करने का फैसला किया। चंडीगढ़ में पहले ही वैट कम होने के कारण पंजाब व हरियाणा की तुलना में पेट्रोल और डीजल के रेट कम हैं। नई कीमतें आधी रात से लागू होंगी।
बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने जब अक्टूबर 2017 को पेट्रोल व डीजल के वैट में पांच प्रतिशत की कटौती की थी तब चंडीगढ़ प्रशासन ने नोटिफिकेशन जारी कर पेट्रोल व डीजल की एक्साइज ड्यूटी में चार से पांच प्रतिशत तक कटौती की थी। उसके चलते तीन से चार रुपये तक पेट्रोल व डीजल के दाम में गिरावट आई थी। इससे पहले लगातार तीन महीने से पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दामों से चंडीगढ़ में सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे।
जुलाई में 70 रुपये प्रति लीटर के करीब बिकने वाला पेट्रोल पिछले दिनों 83 रुपये प्रति लीटर को पार कर गया था। चंडीगढ़ के साथ सटे पंजाब के मोहाली में तो रेट 90 रुपये प्रति लीटर तक तक पहुंच गए थे। डीजल की दर भी 73 रुपये प्रति लीटर को पार कर गया था। नई कीमतों के बाद जहां पेट्रोल 79 रुपये वहीं डीजल 68 रुपये पर आ गया है।
चंडीगढ़ प्रशासन के इस कदम से अब पंजाब सरकार पर भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का दबाव बन गया है। पंजाब सरकार ने शुक्रवार को इस मुद्दे को टाल दिया था। इस संबंध में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में चर्चा हुई थी। राज्य की खराब आर्थिक हालत के मद्देनजर इस पर निर्णय फिलहाल टाल दिया गया था। अब इस पर साेमवार को विचार कर फैसला किए जाने की बात कही गई है।
हरियाणा और चंडीगढ़ की अपेक्षा पंजाब में पेट्रोल और डीजल की दरें पहले से अधिक थीं। अब यह दायरा और बढ़ गया है। ऐसे में पंजाब के लोगों के लिए यह बड़ा धक्का है। पंजाब सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती से बड़े राजस्व के नुकसान का डर है। यही कारण है कि वह दरों में कटाैती करने से हिचक रही है