पेपर लीक मामले में एसआइटी को मिली बड़ी सफलता, आरोपित के पिता व मामा गिरफ्तार

हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले की मुख्य आरोपी सुनीता की सहेली आयुषी गोदारा के मामा और पिता को शुक्रवार देर रात एसआइटी ने गिरफ्तार कर लिया। सुभाष गोदारा और सुशील भादू 50-50 हजार के ईनामी थे। अब इन्हें एसआइटी जिला अदालत में पेश कर एक सप्ताह का रिमांड मांगेगी।हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले की मुख्य आरोपी सुनीता की सहेली आयुषी गोदारा के मामा और पिता को शुक्रवार देर रात एसआइटी ने गिरफ्तार कर लिया। सुभाष गोदारा और सुशील भादू 50-50 हजार के ईनामी थे। अब इन्हें एसआइटी जिला अदालत में पेश कर एक सप्ताह का रिमांड मांगेगी।   अभी तक इस मामले में हाईकोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. बलविंदर शर्मा, मुख्य आरोपित टॉपर सुशीला, कांग्रेसी नेता टीटू, सुभाष गोदारा और सुशील भादू को गिरफ्तार कर चुकी है। सूत्रों की माने तो एसआइटी शनिवार रात तक सेकेंड टॉपर तेजिंदर को भी गिरफ्तार कर सकती है।  19 सितंबर को दर्ज हुआ था केस  पिंजौर निवासी सुमन ने याचिका दायर कर कहा था कि हरियाणा ने एचसीएस ज्यूडिशियल के 109 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। जिसके बाद पेेपर की तैयारी के लिए एक कोचिंग जाना शुरू कर दिया। इस बीच उसकी दोस्ती सुशीला से हो गई। जिसके बाद गलती से उसने एक ऐसी ऑडियो रिकार्डिंग भेज दी जिसमें वह अन्य लड़की से डेढ़ करोड़ में नियुक्ति की बात कर रही थी। पूछने पर पेपर लीक होने के मामले का खुलासा हुआ था।   कंपनी मैनेजर के खाते में क्रेडिट हुए 1 लाख 65 हजार 402 करोड़ रुपये, कहां गई राशि पता नहीं यह भी पढ़ें इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 19 सितंबर को भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 8, 9, 13 (1) डी, 13 (2) और आइपीसी 409, 420, 120बी धारा के तहत सेक्टर-3 थाने में एफआइआर दर्ज की गई थी। हाईकोर्ट के आदेश पर ही इसकी जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम का गठन किया गया था, जिसमें एसपी रवि कुमार सिंह, डीएसपी कृष्ण कुमार और इंस्पेक्टर पूनम दिलावरी को शामिल किया गया।

अभी तक इस मामले में हाईकोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. बलविंदर शर्मा, मुख्य आरोपित टॉपर सुशीला, कांग्रेसी नेता टीटू, सुभाष गोदारा और सुशील भादू को गिरफ्तार कर चुकी है। सूत्रों की माने तो एसआइटी शनिवार रात तक सेकेंड टॉपर तेजिंदर को भी गिरफ्तार कर सकती है।

19 सितंबर को दर्ज हुआ था केस

पिंजौर निवासी सुमन ने याचिका दायर कर कहा था कि हरियाणा ने एचसीएस ज्यूडिशियल के 109 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। जिसके बाद पेेपर की तैयारी के लिए एक कोचिंग जाना शुरू कर दिया। इस बीच उसकी दोस्ती सुशीला से हो गई। जिसके बाद गलती से उसने एक ऐसी ऑडियो रिकार्डिंग भेज दी जिसमें वह अन्य लड़की से डेढ़ करोड़ में नियुक्ति की बात कर रही थी। पूछने पर पेपर लीक होने के मामले का खुलासा हुआ था।

इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 19 सितंबर को भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 8, 9, 13 (1) डी, 13 (2) और आइपीसी 409, 420, 120बी धारा के तहत सेक्टर-3 थाने में एफआइआर दर्ज की गई थी। हाईकोर्ट के आदेश पर ही इसकी जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम का गठन किया गया था, जिसमें एसपी रवि कुमार सिंह, डीएसपी कृष्ण कुमार और इंस्पेक्टर पूनम दिलावरी को शामिल किया गया।

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