यशस्वी जायसवाल को खराब फॉर्म के बीच मिली कड़ी चेतावनी
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने फॉर्म के लिए जूझ रहे यशस्वी जायसवाल के लिए सख्त चेतावनी जारी की है। अली ने कहा कि जायसवाल को दोबारा क्रिकेट पर अपना ध्यान लगाना चाहिए और उन्हें खेल से प्यार करना चाहिए ताकि पृथ्वी शॉ जैसा हाल न हो।
बता दें कि पृथ्वी शॉ को एक समय भारत के सबसे प्रतिभावान बल्लेबाजों में से एक माना जाता था, लेकिन उनके प्रदर्शन में इस तरह गिरावट आई कि आईपीएल में कोई खरीदार नहीं मिला। जायसवाल की बात करें तो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद से वो कुछ खास नहीं कर सके हैं।
आईपीएल में रन के लिए तरसे
2023 से अपने प्रदर्शन के कारण फैंस के दिल में जगह बनाने वाले जायसवाल मौजूदा आईपीएल में संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 67 रन की पारी को छोड़ दे तो उनका बल्ला खामोश रहा है। 23 साल के बल्लेबाज पर अपनी उपयोगिता साबित करने का दबाव बढ़ रहा है।
बासित अली का मानना है कि क्रिकेट पर ध्यान की कमी का असर आईपीएल 2025 में जायसवाल के प्रदर्शन पर नजर आ रहा है। बासित अली ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘यशस्वी का पेट भर चुका है। वो क्रिकेट पर ध्यान नहीं लगा रहे हैं। यह मेरा उन्हें खुला संदेश है। क्रिकेट आपको बहुत रुला सकता है। पृथ्वी शॉ को देखिए। क्रिकेट से प्यार करें और अपना जुनून लाएं।’
प्रियांश-सुदर्शन ने किया प्रभावित
एक तरफ यशस्वी जायसवाल रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ उनके कड़े प्रतिद्वंद्वी बनकर प्रियांश आर्य और साई सुदर्शन उभरे हैं। पंजाब किंगस के ओपनर प्रियांश ने चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ केवल 39 गेंदों में शतक जमाकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
वहीं, गुजरात टाइटंस के ओपनर साई सुदर्शन ने निरंतर बेहतर प्रदर्शन किया और टीम की सफलता में अहम भूमिका अदा की। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने आईपीएल 2025 में पांच मैचों में 273 रन बनाए। वह ऑरेंज कैप की लिस्ट में दूसरे स्थान पर काबिज हैं।
रोहित-विराट का सही फैसला
भारतीय क्रिकेट में युवा प्रतिभाएं निखरकर सामने आ रही हैं। बासित अली का मानना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर एकदम सही किया। उन्होंने कहा, ‘रोहित और विराट ने संन्यास लेने का सही फैसला लिया। मेरा मानना है कि विराट को संन्यास नहीं लेना चाहिए था, लेकिन वो सही फैसला है। भारत के पास कई खिलाड़ी हैं।’