उत्तराखंड के नगर निगमों में मेयर पद पर दौड़ा ट्रिपल इंजन, 11 में से नौ निगमों में भगवा बुलंद
उत्तराखंड के नगर निकाय चुनाव में भाजपा के ट्रिपल इंजन ज्यादातर नगर निगमों के मेयर पदों पर सरपट दौड़ा। हालांकि नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में उसकी रफ्तार धीमी पड़ गई। ऐसे कई निकायों में बगावत कर चुनाव मैदान में चुनौती पेश करने वाले बागियों ने सत्तारूढ़ दल के पसीने छुड़ा दिए। अभी तक नौ नगर निगमों में भाजपा के मेयर बन चुके हैं। वहीं, श्रीनगर में निर्दलीय प्रत्याशी जीती हैं। देहरादून के मेयर पद पर अभी गितनी जारी है।
मतगणना शुरू होने पर सुबह से ही प्रदेश के लोगों की निगाहें छोटी सरकार के नतीजों पर लगी थी। रात नौ बजे तक नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों के ज्यादातर नतीजे घोषित होते गए। श्रीनगर नगर निगम को छोड़ दें तो बाकी 10 में से नौ में मेयर पद पर ट्रिपल इंजन सरपट दौड़ता नजर आया। श्रीनगर नगर निगम में भाजपा को शिकस्त का सामना करना पड़ा। वहां भाजपा को हराकर बागी आरती भंडारी मेयर चुन ली गई हैं।
गढ़वाल की नगर पालिका में निर्दलीयों का जलवा, पंचायतों में भाजपा-कांग्रेस में मुकाबला रहा
गढ़वाल के पांच जिलों की नगर पालिकाओं में निर्दलीयों का जलवा रहा। 16 नगर पालिका सीटों में से निर्दलीयों ने 8 पर जीत दर्ज की, वहीं भाजपा पांच और कांग्रेस तीन को ही जीत सकी। जबकि नगर पंचायत की जंग में भाजपा-कांग्रेस में कड़ा मुकाबला रहा। 21 नगर पंचायत सीटों में से 9 पर भाजपा, 8 पर कांग्रेस और 4 पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की। जबकि दो नगर निगम सीटों में श्रीनगर में निर्दलीय प्रत्याशी आरती भंडारी और कोटद्वार में भाजपा उम्मीदवार देर रात तक आगे चल रहे थे।
चमोली जिले में नगर पालिका की चार सीटों में से दो पर भाजपा और दो पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। जबकि पंचायत की छह सीटों में से चार पर कांग्रेस और दो पर निर्दलीय विजेता रहे। चमोली में कर्णप्रयाग पालिका सीट पर पूर्व विधायक के बेटे गणेश चंद्र शाह ने जीत दर्ज की। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, बदरीनाथ विधायक लखपत बुटोला के गृह क्षेत्र पोखरी नगर पंचायत से निर्दलीय सोहनलाल ने जीत दर्ज की। वहीं रुद्रप्रयाग जिले में नगर पालिका सीट पर निर्दलीय ने जीत का परचम लहराया तो पंचायत की चार सीटों में से एक पर निर्दलीय, दो पर भाजपा और एक पर कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत दर्ज की।
टिहरी जिले में छह नगर पंचायत और चार नगर पालिका हैं। इनमें पांच नगर पंचायतों तपोवन, घनसाली, चमियाला, लंबगांव और कीर्तिनगर में भाजपा के उम्मीदवार जीते, वहीं गजा में निर्दलीय ने जीत दर्ज की। जबकि दो नगर पालिका नई टिहरी और मुनिकीरेती में निर्दलीयों का कब्जा रहा, चंबा में भाजपा जीती। जबकि देवप्रयाग में भाजपा पहले ही निर्विरोध जीत चुकी है।
उत्तरकाशी जिले में दो नगर पंचायतों में गंगोत्री नगर पंचायत में चुनाव नहीं होते हैं, यहां प्रशासक रहता है। वहीं नौगांव में भाजपा जीती है। चार नगर पालिकाओं में बाड़ाहाट, चिन्यालीसौड़, बड़कोट में निर्दलीय और पुरोला में कांग्रेस जीती है।
पौड़ी में सात निकायों में पांच सीटों पर कांग्रेस व निर्दलीयों का दबदबा रहा। नगर पालिका पौड़ी, दुगड्डा पर निर्दलीय जीते। सतपुली नगर पंचायत और स्वर्गाश्रम जोंक नगर पंचायत पर कांग्रेस काबिज हुई। वहीं श्रीनगर के कीर्तिनगर नगर पंचायत में भाजपा और देवप्रयाग नगर पालिका में भाजपा की ममता देवी निर्विरोध निर्वाचित हुईं। थलीसैंण नगर पंचायत से कांग्रेस जीती है। वहीं श्रीनगर नगर निगम में मेयर पद पर निर्दलीय प्रत्याशी आरती भंडारी और कोटद्वार नगर निगम में भाजपा के शैलेद्र सिंह रावत आगे चल रहे हैं।
निकायों में क्लीन और ग्रीन सिटी की सोच धरातल पर उतारेंगे : धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में निकाय चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग और निर्वाचन में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों का धन्यवाद किया। साथ ही निकाय चुनाव में विजयी प्रत्याशियों को बधाई दी।
सीएम धामी ने हम मिलजुलकर प्रदेश को सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए कार्य करेंगे और नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाएंगे। नगर निकायों के माध्यम से क्लीन और ग्रीन सिटी की सोच धरातल पर उतारेंगे। प्रदेश सरकार बिजली, सड़क, पानी, फुटपाथ, पार्क, ओपन जिम, कूड़ा उठान और उसका निस्तारण समेत अन्य सभी सेवाओं को जनता के द्वार तक पहुंचाने का काम करेगी। भाजपा ने अपने संकल्पपत्र में नागरिकों को बेहतर सेवाएं देने का जो वादा किया है, उस पर तेजी से कार्य किया जाएगा।
सीएम धामी ने कहा, भाजपा के सभी चुने हुए मेयर, नगर पालिका अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षद मिलजुलकर कस्बों और नगरों को सुंदर बनाएंगे। सीसीटीवी, सोलर, सुरक्षा और प्रकाश व्यवस्था के अभियान को आगे बढ़ाएंगे। निकाय प्रतिनिधियों पर दोहरी जिम्मेदारी है। उन्हें नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने के साथ पर्यटकों के दृष्टिकोण से भी नगरों को स्वच्छ और सुंदर बनाना है और उनके दृष्टिगत सुविधाएं जुटानी हैं ताकि देश विदेश से आने वाले पर्यटक उत्तराखंड सेअच्छा संदेश लेकर लौटें।