कार दुर्घटना के एक साल बाद वापसी के लिए तैयार ऋषभ पंत

भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत आज ही के दिन पिछले साल कार दुर्घटना का शिकार हो गए थे। दुर्घटना के एक साल होने पूरे होने पर शनिवार (30 दिसंबर) को आईपीएल की फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स ने एक इमोशनल वीडियो शेयर किया। पंत इस टीम के कप्तान हैं। दिल्ली कैपिटल्स ने बताया कि वह धमाकेदार वापसी के लिए तैयार हैं। वह आईपीएल के आगामी सीजन में टीम की कप्तानी करते नजर आ सकते हैं। फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिटेन किया है।

दिल्ली कैपिटल्स ने लिखा- उस भयावह रात को 365 दिन हो गए। तब से हर दिन खेल में जोरदार वापसी करने के लिए उनकी रगों में कृतज्ञता, विश्वास, कड़ी मेहनत और कभी हार न मानने वाले दृष्टिकोण बसता है। जल्द ही साहसी, जिंदादिल ऋषभ पंत 2.0 को एक्शन में देखा जाएगा। दिल्ली कैपिटल्स द्वारा शेयर किए गए वीडियो में डेविड वॉर्नर, अक्षर पटेल, रिकी पोंटिंग और सौरव गांगुली ने अपने विचार रखे।

मुझे पहली बार में लगा कि ये भाई गया: अक्षर
अक्षर पटेल ने वीडियो में कहा, ”सुबह सात या आठ बजे प्रतिमा दीदी ने मुझे फोन किया। उन्होंने मुझसे कहा कि ऋषभ से तुम्हारी आखिरी बार बात कब हुई थी। मैंने कहा कि मैं उसे फोन करने वाला था, लेकिन नहीं किया। उन्होंने मुझसे कहा कि ऋषभ की मम्मी  का फोन नंबर है तो भेजो। मुझे पहली बार में लगा कि ये भाई गया। बीसीसीआई और शार्दुल सहित सबने मुझे कॉल किया। सबको ये मालूम था कि पंत ने आखिरी बार मुझसे ही बात की होगी। मेरी पंत से बात हुई। मैंने फोन लगाया तो पता चला कि सबकुछ ठीक है। उसे चोटें आई हैं। इसके बाद मेरी जान में जान आई। मुझे पता था कि अब तो वह लड़ लेगा।”

कैसे हुआ था पंत का एक्सीडेंट?
पंत 30 दिसंबर 2022 को कार से अपने घर जा रहे थे और हादसे के वक्त अकेले थे। रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के पास उनकी मर्सीडीज कार अनियंत्रित होकर रेलिंग से टकरा गई। इसके बाद कार में आग लग गई और पलट गई। पंत को गाड़ी चलाते वक्त झपकी आ गई थी। इसके बाद वह कार पर से नियंत्रण खो बैठे थे।  पंत को सिर, पीठ और पैर में चोटें आई थीं।

गाड़ी तेज स्पीड से पहले डिवाइडर के किनारे लगी और इसके बाद लोहे की मजबूत बैरिकेडिंग से टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि गाड़ी रॉन्ग साइड में जा पहुंची। गाड़ी सड़क पर घसीटते हुए करीब 200 मीटर की दूरी पर जाकर थमी। इसके बाद उसमें आग लग गई। आग लगने से पहले पंत खुद गाड़ी का शीशा तोड़कर बाहर निकल गए थे। गनीमत रही कि उनकी जान बच गई और सूझबूझ दिखाते हुए वह बाहर निकल गए थे।

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