मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दलित हितैषी बने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को बताना चाहिए कि वह अपनी सरकार के दौरान डॉ. भीमराव आंबेडकर, कांशीराम और मायावती सहित दलित नेताओं की मूर्तियां क्यों तुड़वाना चाहते थे?
मुख्यमंत्री शुक्रवार रात इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में दलित कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं का ब्योरा पेश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत बंद के दौरान हिंसा कराने वालों की पहचान कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
एक सवाल के जवाब में योगी ने दावा किया कि प्रदेश में एक भी फर्जी एनकाउंटर नहीं हुआ। विपक्ष के आरोपों को खारिज कर कहा कि अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान का ही नतीजा है कि आपराधिक चरित्र के लोग अपराध का रास्ता छोड़ सब्जी के ठेले लगाने के साथ रिक्शा चलाने लगे हैं।
योगी ने मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारी संस्कृति सबको साथ लेकर चलने की बात कहती है, लेकिन राजनीतिक तौर पर देश के लिए कांग्रेस मुक्त होना बेहतर है।