भारत की न्यूजीलैंड में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली टीम के कप्तान ओपनर पृथ्वी शॉ को सचिन तेंदुलकर के बाद देश की दूसरी सबसे क्रिकेट सनसनी बताया जा रहा है। घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी सहित सभी अहम बड़े टूर्नामेंट में धमाल मचा चुके 18 वर्षीय पृथ्वी को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 2018 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 11 की नीलामी में एक करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदा।
पृथ्वी शॉ ने अमर उजाला से कहा, हमारे चीफ कोच रिकी पोंटिंग का खासतौर पर डेयरडेविल्स टीम के सभी नौजवान क्रिकेटरों को जेहनी तौर पर आईपीएल में क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में किसी भी स्थिति के लिए तैयार कर रहे हैं। पॉन्टिंग सर ने मुलाकात में सबसे पहले यही कहा कि टी-20 क्रिकेट में जमने का बहुत कम वक्त मिलता है और ऐसे में इसमें कामयाब होने के लिए हर खिलाड़ी को जेहनी तौर पर किसी भी तरह की चुनौती के लिए तैयार रहना चाहिए।
वहीं कप्तान गौतम (गौती भाई) गंभीर ने मुझसे सबसे पहले अंडर-19 विश्व कप में खिताबी जीत के अभियान और अनुभव की बाबत बात की। पृथ्वी शॉ ने कहा, ‘हमारी दिल्ली डेयरडेविल्स टीम में खुद कप्तान गंभीर और ऋषभ पंत के साथ आईपीएल में अपना जलवा दिखा खुद को स्थापित कर चुके कई विदेशी ओपनर भी हैं। ऐसे में जब भी मुझे और मनजोत को इस आईपीएल में अंतिम एकादश में खेलने का मौका मिलेगा उसे हम पूरी तरह भुनाने की कोशिश करेंगे।’
पृथ्वी ने कहा, ‘यदि हमें दिल्ली डेयरडेविल्स की अंतिम एकादश में खेलने का मौका नहीं भी मिलता तो भी हमारे लिए कप्तान गंभीर और रिकी पोंटिंग जैसे महान क्रिकेटरों के साथ ड्रेसिंग रूम में रहकर पर बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। भारत की अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली टीम के हम साथी खिलाड़ी आपस में जब आईपीएल में एक दूसरे के खिलाफ अलग-अलग फ्रैंचाइजी टीमों के लिए खेलेंगे तो सभी एक दूसरे की ताकत और कमजोरियों से वाकिफ होंगे।’
‘ऐसे में अंडर 19 विश्व कप जीतने वाली टीम के सभी खिलाड़ी लाभ की स्थिति में होंगे, लेकिन बढ़िया करने की दिलचस्प चुनौती भी रहेगी। भारत न्यूजीलैंड में अंडर-19 विश्व कप मेरे, मनजोत, शुभम गिल और नागरकोटी जैसे किसी एक खिलाड़ी के नहीं बल्कि टीम में हर खिलाड़ी के मैदान पर बेहतरीन प्रदर्शन और चीफ कोच राहुल द्रविड़ सर के बेहतरीन मार्गदर्शन से ही जीत पाया। भारत की अंडर-19 विश्व कप की खिताब जीत में हमारे पेसरों के साथ खासतौर पर स्पिनरों के बेहतरीन प्रदर्शन का अहम योगदान रहा। इस अंडर-19 विश्व कप में नहीं बल्कि इसके पिछले संस्करणों में हमारे खास कायमाब रहने का सबब हमारे पास दुनिया की बाकी टीमों से बेहतरीन स्पिनरों का रहना रहा।’