सीबीएसई: बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्न पत्र में बदलाव, जानिए कितना मिला फायदा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 2019 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र में बदलाव किया है। इस बार बोर्ड परीक्षार्थी को विकल्प वाले प्रश्नों की संख्या अधिक मिलेगी। इससे छात्रों को परीक्षा में सहूलियत के साथ प्रश्न चुनने का अवसर मिल जाएगा। यह सुविधा बोर्ड पहली बार दे रहा है। अब तक बोर्ड परीक्षा में किसी भी विषय में केवल विस्तृत प्रश्नों के ही विकल्प वाले प्रश्न होते थे। इससे छात्रों को शॉर्ट प्रश्नों के उत्तर देने में कठिनाई होती थी।
बोर्ड परीक्षा में अब छात्रों को यह अवसर मिलेगा कि वह किन प्रश्नों को हल करें। सीबीएसई द्वारा दोनों कक्षाओं के मॉडल प्रश्नपत्र और मार्किंग स्कीम वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई हैं। विभिन्न हितधारकों, पाठ्यक्रम समिति के सदस्यों और विषय विशेषज्ञों की ओर से मिले सुझावों के मुताबिक कक्षा 10 और 12 के कुल 55 विषयों के प्रश्नपत्रों में आने वाले सवालों में चुनने के अधिक विकल्प दिए जाएंगे।
उनके मुताबिक प्रश्नपत्रों के सभी भागों के सवालों में विकल्पों की संख्या करीब 33 फीसद बढ़ेगी। सीबीएसई की वेबसाइट पर डाले गए प्रश्नपत्रों के मॉडल पेपरों के अनुसार ही परीक्षा में प्रश्नपत्र आएंगे। इसलिए बोर्ड की परीक्षा देने वाले सभी विद्यार्थियों को इन मॉडल पेपरों को देखने की सलाह दी गई है।
केवि-1 हाथीबड़कला के प्रधानाचार्य डॉ. इंद्रजीत सिंह के अनुसार, शार्ट प्रश्न में भी विकल्प होने से छात्रों को उत्तर देने में आसानी होगी। इतना ही नहीं, सारे प्रश्न के जवाब भी वह दे पाएंगे। बोर्ड परीक्षार्थी को अब किन प्रश्नों का जवाब देना है, वो उसे खुद तय कर पाएंगे। बोर्ड ने 2019 में भी उत्तीर्णता के लिए प्रैक्टिकल और थ्योरी को एक साथ किया है। पहले यह केवल 2018 के लिए ही लागू था। लेकिन 2019 की बोर्ड परीक्षा पास करने के लिए भी थ्योरी और प्रैक्टिकल की एकसाथ गणना की जाएगी।