पहाड़ वाले एनडी बनेंगे पीएम और सेक्युलर वाले सेक्सुअल चाचा होंगे सीएम

मीटू कैंपेन से देशभर में लिंगवाद की नफरत का जहर घुल गया है। पुरूष प्रधान समाज इस माहौल से निजात चाहता है। गड़े मुर्दे उखाड़ने वाले सेक्सुअल हेरेस्मेंट के दबाव को ब्लैकमेलिंग माना जा रहा है। इससे निजात पाने के लिए बहुसंख्यक पुरूष समाज इस मुद्दे को लिंगवाद की राजनीति का रंग दे सकता है। इस माहौल में हो सकता है कि निगोड़े मर्द अपनी जिद में सबसे मोटे मीटू भाईयों को सत्ता पर काबिज करने की ठान लें। पीएम और सेक्युलर वाले सेक्सुअल चाचा होंगे सीएम

गौरतलब है कि मीटू कैंपेन ने वातावरण बदल दिया है। हिन्दू-मुस्लिम को दलित-पिछड़ा बनाम स्वर्ण ने पछाड़ा। और उसके बाद जातियों की तकरार को गर्मागरम मीटू कैंपेन ने ठंडा कर दिया। अब लिंगवाद शुरू हो गया। पुरूष प्रधान समाज आरोपों की झड़ी से घबराया है और इसका जमकर विरोध कर रहा है। यही माहौल रहा तो धर्म और जाति की सारी गणित गड़बड़ा ही जायेगी। मीटू कैंपेन जारी रहा तो संख्या बल में सेक्युलर वाले सेक्सुअल चाचा और पहाड़ वाले एनडी पर आरोप लगाने वालों की विशाल रैली नजर आयेगी। बस यहीं से मर्द ज़ात इन्हें ही अपना नायक स्वीकार कर लेगा। चुनाव हो गये तो एनडी को प्रधानमंत्री और चाचा मुख्यमंत्री चुने जा सकते है 

व्यंग्य /नवेद
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