उत्तराखंड में निकाय चुनाव संपन्न, लालकुआं में तेज दौड़ी वोटर एक्सप्रेस

नगर निगम हल्द्वानी समेत जिले के सातों निकायों में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर बृहस्पतिवार को देर शाम मतदान प्रक्रिया संपन्न हो गई। इसके साथ ही सात निकायों में मेयर, पालिकाध्यक्ष व चेयरमैन के 32 प्रत्याशियों समेत कुल 472 प्रत्याशियों का भाग्य एक दिन के लिए मतपेटियों में बंद हो गया। इनमें नगर निगम के पार्षद, नगर पालिका और नगर पंचायत के सभासद शामिल हैं। नैनीताल जिले में कुल 71.11 फीसदी लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया। सबसे अधिक लालकुआं नगर पंचायत में 83.12 फीसदी मतदान हुआ, जबकि सबसे कम 55.69 फीसदी मतदान नैनीताल नगर पालिका के लिए हुआ। इससे पहले वर्ष 2018 में हुए निकाय चुनाव में जिले में 65.79 फीसदी मतदान हुआ था। यानी इस बार 5.32 फीसदी अधिक मतदान हुआ। बृहस्पतिवार की सुबह आठ बजे से जिले भर में मतदान प्रक्रिया एक साथ शुरू हुई। शुरुआती चरण में अधिकांश स्थानों पर मतदान की गति धीमी रही। सुबह दस बजे तक मतदान का प्रतिशत 10.04 फीसदी था। दस बजे के बाद पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की कतार लगनी शुरू हो गईं। दोपहर 12 बजे कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ नजर आने लगी। मतदान का प्रतिशत बढ़कर दोपहर 12 बजे 22.55 फीसदी, दोपहर दो बजे 40.6 फीसदी और शाम चार बजे 55.03 फीसदी पहुंच गया। शाम चार बजे के बाद पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गईं। इसके चलते निर्धारित समय पांच बजे के बाद भी जिले के कई मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया को जारी रखना पड़ा। पांच बजते ही निर्वाचन अधिकारियों ने मतदान केंद्रों के मुख्य गेट बंद कर दिए। यानी पांच बजे तक पहुंचे लोगों को वोट डालने दिया गया। उसके बाद मतदान केंद्रों पर पहुंचे किसी भी मतदाता को प्रवेश नहीं दिया गया। मतदान प्रक्रिया देर शाम करीब साढ़े सात बजे संपन्न हुई। छड़ायल में साढ़े सात बजे तक वोट पड़ते रहे। हल्द्वानी नगर निगम में 0.79 मतदान घटा काठगोदाम-हल्द्वानी नगर निगम के लिए बृहस्पतिवार को हुए चुनाव में मतदान का प्रतिशत पिछले वर्ष की तुलना में मामूली कम रहा है। यहां इस बार कुल 65.32 फीसदी मतदान हुआ है। पिछले चुनाव के मुकाबले 0.79 फीसदी मतदान की गिरावट हुई। नगर निगम में साठ वार्ड हैं, जहां मतदाताओं की कुल संख्या 2,42,452 है। इनमें 1,23,519 पुरुष व 1,18,918 महिला मतदाता और 15 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इन वार्डों में मतदान कराने के लिए निर्वाचन विभाग की ओर से 289 बूथ बनाए गए थे। मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए निगम क्षेत्र को छह जोन और 31 सेक्टर में बांटा गया था। निगम क्षेत्र में संवेदनशील मतदान स्थल 87 और अति संवेदनशील मतदान स्थल 144 थे। आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2013 में नगर निगम में 25 वार्ड थे। तब यहां 66.11 फीसदी मतदान हुआ था। जबकि वर्ष 2018 में 60 वार्डों के लिए 65.79 फीसदी मतदान हुआ था, जो 2013 की तुलना में 0.32 फीसदी कम रहा। पिछले बार की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या 213181 मतदाता थे जबकि इस बार यह संख्या 30 हजार से अधिक बढ़ गई। इस बार मतदान का प्रतिशत घटकर 65.32 प्रतिशत हो गया है।
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