मूली के पराठों के साथ चाय पीने वाले ध्यान दें
ठंड में तरह-तरह की चीजें खाने का अपना ही मजा है। पराठे तो लगभग सभी घरों में बनाए जाते हैं। आलू, पनीर या मिक्स वेजिटेबल पराठा ताे हर मौसम में लोगों का पसंदीदा नाश्ता होता है। ठंड का मौसम आता है तो पराठों का मजा दोगुना हो जाता है। क्योंकि सर्दियों में मीठी और टेस्टी मूली आती है। इसके पराठे लोगों के फेवरेट होते हैं। मूली सेहत को भी ढेरों फायदे पहुंचाती है। ये पराठे हेल्दी होने के साथ-साथ खाने में भी बेहद स्वादिष्ट होते हैं। ज्यादातर लोग मूली के पराठों के साथ चाय भी पीते हैं।
यह कॉम्बिनेशन भले ही स्वाद में अच्छा लगे, लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल मूली और चाय की तासीर एक दूसरे से बेहद अलग होती है। मूली की तासीर ठंडी जबकि चाय की तासीर गर्म होती है। दोनों का एक साथ सेवन करने से शरीर में असंतुलन पैदा हो सकता है, जो आपके शरीर में कई समस्याओं काे जन्म दे सकता है।
मूली की ठंडी तासीर
मूली एक ठंडी तासीर वाली सब्जी है। इसके सेवन से हमारे शरीर को ठंडक मिलती है। मूली खाने से पाचन भी बेहतर रहता है। आपको बता दें कि मूली में पानी की मात्रा अधिक होती है। इससे हमारा शरीर हाइड्रेट रहता है। साथ ही ये शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार है।
चाय की गर्म तासीर
चाय की तासीर गर्म होती है। इसमें कैफीन और टैनिन मौजूद होता है। यह शरीर को गर्माहट प्रदान करता है। साथ ही ये हमारे पाचन क्रिया को भी तेज करता है। अगर आप अधिक मात्रा में चाय पीते हैं तो पेट में एसिडिटी और जलन की समस्या हो सकती है। आपको अधिक चाय पीने से बचना चाहिए।
मूली और चाय के सेवन से सेहत पर असर
मूली के पराठाें के साथ चाय पीने से पेट में गैस बनने और पेट फूलने की समस्या हाे सकती है।
मूली की ठंडी तासीर और चाय के गर्म प्रभाव से डाइजेस्टिव सिस्टम पर नकारात्मक असर पड़ता है। गैस, एसिडिटी, और अपच की समस्या हो सकती है।
मूली के पराठे और चाय के एक साथ सेवन से आंतों में सूजन आ सकती है। इससे जलन की समस्या बढ़ सकती है।
ठंडी और गर्म तासीर का एक साथ सेवन शरीर के तापमान को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में सर्दी-जुकाम, पेट में ऐंठन जैसी कई समस्याएं देखने को मिल सकती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
मूली के पराठे खाने और चाय पीने के बीच कम से कम एक घंटे का गैप रखें।
मूली के पराठे खाने के बाद आप चाय की जगह गुनगुना पानी पी सकते हैं। इससे आपका डाइजेशन भी बेहतर बनेगा।
मूली के पराठों के साथ चाय की जगह आप सौंफ या पुदीने से बनी हर्बल टी ले सकते हैं।